BSTC Full Form: बीएसटीसी कोर्स क्या है और कैसे करें यहाँ देखे सरल भाषा में BSTC Kaise Kare in Hindi

BSTC का मतलब बेसिक स्कूल टीचिंग कोर्स है। यह भारत में विशेष रूप से राजस्थान राज्य में एक लोकप्रिय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम है। इस लेख में आपको बीएसटीसी कोर्स के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। बीएसटीसी कार्यक्रम को प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तरों पर शिक्षण में कैरियर के लिए व्यक्तियों को तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पाठ्यक्रम इच्छुक शिक्षकों को शैक्षणिक प्रशिक्षण के साथ-साथ भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन जैसे विषयों में आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है। BSTC Full Form बेसिक स्कूल टीचिंग कोर्स होता है।

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BSTC यानी राजस्थान बेसिक स्कूल टीचिंग कोर्स राजस्थान राज्य में बहुत लोकप्रिय कोर्स है। प्राइमरी स्कूलों में अध्यापक बनने के लिए यह एक आवश्यक कोर्स माना जाता है। 12वीं के बाद से ही इस कोर्स को लेकर स्टूडेंट्स में उत्सुकता बढ़ने लगती है। अगर आपने सरकारी टीचर बनने का सपना सजाया हुआ है तो आपने BSTC के बारे में जरूर सुना होगा। जो विद्यार्थी राजस्थान में शिक्षक बनना चाहते हैं उन्हें बीएसटीसी के बारे में सही और पूरी नॉलेज होनी चाहिए। इसलिए, इस आर्टिकल में हम बीएसटीसी के बारे में पूरी जानकारी साझा कर रहे हैं। आईये जानते हैं, बीएसटीसी क्या है और BSTC course कैसे करे? इसके लिए योग्यता, बीएसटीसी की तैयारी कैसे करे आदि।

BSTC Full Form
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BSTC Full Form

बीएसटीसी की फुल फॉर्म बेसिक स्कूल टीचिंग सर्टिफिकेट (Basic School Teaching Certificate) है। अगर हम बात करे इसके हिंदी उच्चारण की तो इसे हिंदी में बुनियादी विद्यालय शिक्षण प्रमाणपत्र कहा जाता है। इसके आलावा कुछ लोग इसे राजस्थान बेसिक स्कूल टीचिंग सर्टिफिकेट के नाम से भी जानते है।

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बीएसटीसी क्या है – What is BSTC in Hindi

बीएसटीसी दो साल में पूरा होने वाला एक कोर्स है। इसे 12वीं करने के बाद किया जाता है। इस कोर्स में विद्यार्थियों को प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है यानि यह प्राइमरी टीचर (अध्यापक) बनने के लिए योग्यता कोर्स है।

BSTC का फुल फॉर्म हिंदी में ‘बुनियादी विद्यालय शिक्षण प्रमाणपत्र’ है और BSTC Full Form in English – Basic School Teaching Certificate है।

इस कोर्स के लिए साइंस, आर्ट्स, वाणिज्य या किसी भी वर्ग का विद्यार्थी अप्लाई कर सकता है। इसकी अवधि दो वर्ष की होती है। इसे कई सब्जेक्ट में किया जा सकता है जैसे हिंदी या अंग्रेजी में।

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BSTC कैसे करें BSTC Kaise Kare in Hindi

बी.एस.टी.सी करने के लिए किसी भी प्रतियोगी को 12th पास होना जरुरी है लेकिन सिर्फ 12th कर देने से इस कोर्स में किसी को प्रवेश नहीं मिल जाता है।

इसमें प्रवेश पाने के लिए हर साल bstc entrance exam आयोजित होता है। उसके बाद काउन्सलिंग की जाती है और मेरिट के आधार पर विद्यार्थियों को कॉलेज का आवंटन होता है।

हर बार 4 से 5 काउन्सलिंग सूची जारी की जाती है। अत: अगर आप बी.एस.टी.सी. करने के इच्छुक है तो आज से ही (यदि 12th में है या बाहरवीं कर ली है तो) तैयारी शुरू कर सकते हैं।

BSTC Entrance Exam का आयोजन हर साल मई में होता है। अत: किसी भी विद्यार्थी के पास बाहरवीं की परीक्षाएं देने के बाद BSTC प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने का पर्याप्त समय होता है और कोई भी student जो अच्छे से 2 महीने के लिए इस एग्जाम की ढंग से preparation करे तो आसानी से 1st काउन्सलिंग लिस्ट में नाम लाकर bstc में एडमिशन ले सकता है।

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बीएसटीसी के बाद नौकरी (Jobs after BSTC in Hindi)

बीएसटीसी का कोर्स कम्पलीट करने के बाद आपके पास जॉब के कई सारे ऑप्शन होते है, जैसे आप 1 से 5 क्लास के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। हालांकि, आप यह कोर्स करने के बाद सीधे नौकरी के लिए अप्लाई नहीं कर सकते। लेकिन आप राजस्थान में बीएसटीसी करने के बाद Reet exam दे सकते हैं और इस परीक्षा में पास होकर third grade teacher के रूप में जॉब हासिल कर सकते हैं।

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Bstc परीक्षा कौन दे सकता है?

किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं उत्तीर्ण होना –

सामान्यत: BSTC बारहवीं के बाद ही की जाती है, लेकिन जाहिर है ज्यादा शैक्षणिक योग्यता वाले भी इसे कर ही सकते हैं। इसे ग्रेजुएशन, बीएड या उनके समकक्ष के अन्य किसी कोर्स के बाद भी किया जा सकता है। बीएसटीसी में एडमिशन के लिए हर साल प्रवेश परीक्षा आयोजित होती है।

बीएसटीसी करने से क्या होता है?

इसे 12वीं करने के बाद किया जाता है। इस कोर्स में विद्यार्थियों को प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है यानि यह प्राइमरी टीचर (अध्यापक) बनने के लिए योग्यता कोर्स है। BSTC का फुल फॉर्म हिंदी में ‘बुनियादी विद्यालय शिक्षण प्रमाणपत्र’ है और BSTC Full Form in English – Basic School Teaching Certificate है।

बीएसटीसी करने के लिए क्या करना पड़ता है?

अगर आप बीएसटीसी कोर्स करना चाहते हैं इसके लिए आपका 12वीं कक्षा में पास होना जरूरी होता है। 12वीं कक्षा पास होने के बाद आपको एक प्रवेश परीक्षा यानी कि entrance exam देना होगा जिसको क्लियर करने के बाद कॉलेज अलॉट किया जाता है।

बीएसटीसी में कितना खर्च आता है?

प्रारंभिक शिक्षा में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य डीएलएड (बीएसटीसी) में दाखिले के लिए अब छात्र-छात्राओं को 11,250 रुपए के स्थान पर 16,250 रुपए वार्षिक चुकाने होंगे।

BSTC कोर्स कितने साल का होता है

बीएसटीसी दो साल का कोर्स होता है।

बीएसटीसी करने के लिए योग्यत्ता

इस को करने के लिए विद्यार्थी का किसी भी वर्ग से 12th पास होना जरुरी है। इसके साथ ही जनरल केटेगरी के विद्यार्थियों को इस कोर्स में प्रवेश पाने के लिए बाहरवीं में 50% अंक होना जरूरी है जबकि ओबीसी, SC, & ST में 45% मार्क्स।

bstc ke liye age limit

बीएसटीसी कोर्स को करने के इच्छुक आवेदकों की आयु 28 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। विशेष वर्ग के विद्यार्थियों को सरकारी नियमों के अनुसार आयु छूट मिल सकती है।

Bstc में कौनसे सब्जेक्ट होते है

बीएसटीसी Entrance exam में Mental Ability, General Awareness of Rajasthan, Teaching Aptitude, Hindi, English, Sanskrit Subject के प्रश्न पूछे जाते है। टोटल 200 प्रश्न होते है।

बीएसटीसी कब की जाती है

सामान्यत: BSTC को बारहवीं के बाद किया जाता है लेकिन इसे ग्रेजुएशन, बीएड या अन्य किसी कोर्स (12th पास जरूरी है) के बाद भी किया जा सकता है। बीएसटीसी में एडमिशन के लिए हर साल प्रवेश परीक्षा आयोजित होती है।

bstc करने के बाद कौनसी जॉब मिलती है

यहाँ विशेष रूप से प्राइमरी टीचर बनने का कोर्स है अत: इस कोर्स को किया हुआ कोई भी अभ्यर्थी प्राइमरी कक्षाओं (1st से 5th तक) में टीचर बनने की योग्यता रखता है।

Bstc करके अध्यापक की नौकरी कैसे पाएं

कोई भी अभ्यर्थी जिसने बीएसटीसी कर रखी है, वो सीधे सरकारी स्कूलों में प्राइमरी टीचर नहीं बन सकता।

इसके लिए उसे राज्य सरकार द्वारा आयोजित करी जाने वाली थर्ड ग्रेड भर्ती को पास करना पड़ता है। इसे रीट परीक्षा के नाम से भी जाना जाता है।

ध्यान दें कि बीएसटीसी करके सिर्फ प्राइमेरी स्कूल का टीचर बना जा सकता है। अगर कोई अभ्यर्थी सेकंड या फर्स्ट ग्रैड टीचर बनना चाहता है तो उसे बीएसटीसी के बाद या बीएसटीसी किए बिना बीएड और post graduation करना जरूरी है।

BSTC Full Form in Hindi & English

बीएसटीसी की फुल फॉर्म हिंदी में “बुनियादी विद्यालय शिक्षण प्रमाण पत्र” है।

BSTC Full Form in English is “Basic School Teaching Certificate“.

D.EL.ED क्या है ?

D.EL.ED बीएसटीसी को ही कहते है। साल 2019 में सरकार द्वारा bstc का नाम बदलकर D.EL.ED कर दिया गया था। D.EL.ED का फुल फॉर्म Diploma in Elementary Education है।

BSTC करने के फायदे

बीएसटीसी शिक्षण क्षेत्र का एक प्रमुख कोर्स है और इसे करने के कई फायदे एवं लाभ है। 12th करने या ग्रेजुएशन करने या कभी भी bstc (deled) कोर्स करने से किसी भी अभ्यर्थी को फायदे होते है।

  • सरकारी स्कूल में प्राइमरी कक्षाओं के अध्यापक बन सकते है
  • अध्यापन के लिए सरकारी सर्टिफिकेट मिल जाता है
  • प्राइवेट स्कूल में टीचिंग की जॉब मिलने के चांस बढ़ जाते है
  • BSTC के बाद graduation करके बीएड कर सकते है.

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